जबलपुर मध्य,प्रदेश,में हर साल की तरह इस साल भी मकर संक्रांति 2021का मेला:-जो कि जबलपुर के तिलवारा घाट पर (1100)'ग्यारा सो, साल से लगता आ रहा है मकर संक्रांति पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता आ रहा है।देखिये खबर महाकांल न्यूज इंडिया पर संवादाता:-Aachary Vinit Kanungo, की रिपोर्ट:-खबरों के प्रसारण के जबलपुरसे संपर्क करे।9826762293,
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जबलपुर मध्य प्रदेश में तिलवारा घाट पर पर मेला। (Makar Sankranti) मकर संक्रांति 2021,को जबलपुर में तिलवारा नर्मदा घाट पर संतों, ऋषि-मुनियों की साधना के लिए प्रसिद्ध है, वही घाट पर मकर संक्रांति के दिन मेला लगता है।ओर इसी लिए जबलपुर का तिलवारा घाट प्रसिद्ध है, जहां 1100 साल से मेला लगने का इतिहास मिलता है। इसके पहले यह मड ई के रूप में ही पहचान जाता था। यह स्थान इसलिए भी खास है, संक्रांति के दिन यहां मकर संक्रांति को तिल अर्पण करने का विशेष महत्व है। तिल को उवारना (चढ़ाना) से यहा का नाम तिलवारा हो गया।
मकर के दिन अगर किसी को दुखो से छुटकारा पाने के लिए यह पूजन करते हैं।
मकर संक्रांति की 14 जनवरी को सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं। जिसमें सूर्य मकर राशि में आते हैं। मगर को संस्कृत में मकर कहा जाता है। मगर मां नर्मदा का वाहन है, और मकर राशि का स्वामी शनि है। जब सूर्य देव मकर राशि में में प्रवेश करते हैं,तो मकर को कष्ट होता है, उस कास्ट के निवारण के लिए शनि देव ने सूर्य भगवान को तिल अर्पण किया था। धर्म ग्रंथों में इस का उल्लेख है, अगर इस दिन सूर्य देव को तिल अर्पण करेगे तो शनि प्रसन्न् होते हैं, ओर शनि देव की दशा से भी छुटकारा मिलता है।इसलिए नर्मदा के तिलवारा घाट में विशेष रूप से तिल का दान किया जाता है।
वैसे इस दिन तिल का दान करना चाहिए।इस से भी शनि देव ओर सूर्य देव की विशेष क्रपा होती है।
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